इस लेख Information About Khejri Tree In Hindi में खेजड़ी के पेड़ (Jand Plant) की जानकारी और इतिहास बताया गया है। खेजड़ी मरुस्थलीय क्षेत्रों में पाया जाने वाला वृक्ष है। यह रेगिस्तान में मिलने वाला एक बहुउपयोगी पेड़ है जिसका विशेष महत्व है। यह कम वर्षा वाले क्षेत्रों में पाया जाने वाला मुख्य पेड़ है। खेजड़ी वृक्ष क्या है? (What Is Khejri Or Shami Tree In Hindi) इसके फायदे और सामान्य जानकारी आगे के पैराग्राफ में पढ़ते है।
खेजड़ी पेड़ की जानकारी – Khejri Tree Information In Hindi
1. खेजड़ी का पेड़ (Khejri Tree) मरुस्थल यानिकि रेगिस्तानी इलाकों में मिलते है। यह पेड़ दुनिया के कई हिस्सों में पाए जाते है जहां की जलवायु शुष्क होती है। ईरान, अफगानिस्तान के शुष्क इलाके हो या फिर राजस्थान राज्य का पश्चिमी भाग थार का मरुस्थल हो, ये वृक्ष बहुतायत से पाये जाते है। भारत में राजस्थान राज्य के अलावा मध्यप्रदेश, पंजाब, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र इत्यादि राज्यों में भी खेजड़ी का वृक्ष पाया जाता है।
2. खेजड़ी को विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग नामों से जाना जाता है। सिंध में इसे कांडी, पंजाब में जंड, गुजरात मे शमी या सुमरी जबकि यूपी में छोंकरा कहते है। राजस्थान में इसे सांगरी, जाटी भी कहा जाता है। वेदों में भी खेजड़ी वृक्ष का जिक्र आता है जिसे शमी कहा गया है। सामान्यता इस मरुस्थलीय पेड़ को खेजड़ी कहते है। वैसे दोस्तों खेजड़ी UAE का राष्ट्रीय वृक्ष भी है, यहां पर इसको घफ़ कहा जाता है।
3. राजस्थान की जलवायु शुष्क होने के कारण यहां कम पानी में पनपने वाले पौधे ज्यादातर पाये जाते है। खेजड़ी पेड़ को भी कम पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए यह वृक्ष राजस्थान में अधिकतर मिलते है।
What Is Scientific Name Of Khejri Tree In Hindi –
4. खेजड़ी का वानस्पतिक वैज्ञानिक नाम प्रोसोपिस सिनेरेरिया है। यह पेड़ दलहनी कुल से संबंधित है।
5. खेजड़ी मध्यम आकार का छायादार वृक्ष है। इसकी डालियों पर कांटे लगे होते है। इस पेड़ की छाल भूरे रंग की खुरदरी होती है।
6. इस वृक्ष की जड़े जमीन में काफी गहरी जाती है। करीब 65 से 100 फ़ीट तक खेजड़ी की जड़े चली जाती है। यही कारण है कि निम्न वर्षा वाले क्षेत्रों में खेजड़ी का पेड़ पनप पाता है।
7. खेजड़ी राजस्थान का राज्य वृक्ष भी है। वर्ष 1983 में इसे राजस्थान का राज्य वृक्ष घोषित किया गया था।
8. वैसे दोस्तों खेजड़ी का वृक्ष नीम की तरह छायादार नही है लेकिन भीषण रेगिस्तानी गर्मी में इंसान और जानवर को छाया देता है। सूर्य की तपिश से यह पेड़ बचाता है।
खेजड़ी वृक्ष से क्या प्राप्त होता है? Jand Plant Benefits In Hindi
1. पशुओं का चारा लूंग भी खेजड़ी वृक्ष की पत्तियों से प्राप्त होता है। अगर आप ग्रामीण परिवेश से है या फिर पशुपालन करते है तो आपने लूंग या लूम चारे का नाम जरूर सुना होगा। लूंग खेजड़ी की सुखी पत्तियां होती है। लूंग पशुओं के लिए पौष्टिक आहार है क्योंकि इसमें प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स पाये जाते है। खासकर ऊंट और बकरियां लूंग चारे को बड़े चाव से खाती है।
2. इसे मरुस्थलीय क्षेत्रों या मरु प्रदेशों का कल्पवृक्ष भी कहा जाता है। क्योंकि विपरीत परिस्थितियों में यह पेड़ शुष्क प्रदेश के निवासियों को फल, छाया, लकड़ी देता है। निम्न वर्षा वाले क्षेत्रों में सुखा अकाल जैसी परिस्थिति बनती रहती है। इसलिये इन क्षेत्रों के लिए खेजड़ी वरदान के समान है।
सांगरी की फली क्या है? सब्जी के फायदे
3. Khejri के वृक्ष पर फल भी लगता है जिसे सांगरी कहते है। यह फली के आकार का फल है जिसके छिलके में दाने होते है। सांगरी की सब्जी भी बनाई जाती है। इसकी सब्जी स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है। सांगरी फली सूखने पर सूखा मेवा खोखा कहलाती है।
4. दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता देता हूं कि खेजड़ी पर लगने वाले फूल को मिंझर कहा जाता है। ये आकार में छोटे पीले रंग के होते है। जनवरी के प्रारंभ में फूल आते है जबकि गर्मी की शुरुआत में फल बनने लग जाते है।
5. खेजड़ी के पेड़ खेतों के पास होने से जमीन की उवर्कता बढ़ती है। खेजड़ी की पत्तियां गिरकर मिट्टी में खाद का काम करती है। इससे खेती की भूमि उपजाऊ होती है।
शमी वृक्ष (खेजड़ी) का महत्व – Shami Tree Information In Hindi
1. हिन्दू मान्यताओं में खेजड़ी (शमी) के वृक्ष का बहुत धार्मिक महत्व है। इस वृक्ष की पूजा की जाती है। एक मान्यता के अनुसार भगवान राम ने लंका विजय से पूर्व शमी वृक्ष अर्थात खेजड़ी की पूजा की थी। इसलिए विजयदशमी यानिकि दशहरे के दिन शमी वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है। शमी वृक्ष की लकड़ी का उपयोग यज्ञ में भी किया जाता है।
2. खेजड़ी वृक्ष के संदर्भ में महाभारत की एक कथा का भी वर्णन किया जाता है। 1 वर्ष के अज्ञातवास के दौरान पांडवो ने अपने अस्त्र शस्त्र इस वृक्ष में ही छिपाये थे।
3. खेजड़ी के धार्मिक महत्व के अलावा औषधीय महत्व भी है। इसकी छाल, फली, फूल और पत्तियां औषधीय गुण लिए होती है। शमी अर्थात खेजड़ी के पेड़ की लकड़ी घिस कर दाद, फोड़े पर लगाने से त्वचा सही हो जाती है।
खेजड़ी का इतिहास (Khejri Tree History In Hindi)
राजस्थान के इतिहास में खेजड़ी वृक्ष (Khejri Tree) को बचाने के लिए विश्नोई समाज के द्वारा किया गया बलिदान आज भी जीवित है। वर्ष 1730 में खेजड़ली ग्राम के 363 लोग खेजड़ी वृक्ष को बचाते हुए शहीद हुए थे। समाजसेविका अमृता विश्नोई के नेतृत्व में विश्नोई समाज के लोगों ने इस पेड़ को बचाने के लिए प्राणों की आहुति दी थी।
विश्नोई समाज हमेशा से पेड़ पौधों को समर्पित रहा है। उनका मूल मंत्र “सिर साटे रुख रहे तो सस्तो जाण” है जिसका अर्थ है कि सिर काटकर भी अगर पेड़ पौधों को बचाया जा सके तो यह कोई नुकसान का सौदा नही है।
राजस्थानी भाषा के मशहूर साहित्यकार कन्हैयालाल सेठिया की लिखी मिंझर नामक कविता में खेजड़ी का सुंदर वर्णन किया गया है।
Khejri (Shami Tree) Information In Hindi
1. गर्मियों के महीने (मई, जून) में खेजड़ी का वृक्ष हरा भरा रहता है। भयंकर गर्मी में यह पेड़ जानवरों और राहगीरों को ठंडी छाया देते है।
2. खेजड़ी पेड़ का जीवनकाल 200 से 250 वर्षो तक होता है। करीब 10 वर्षो के बाद इस पेड़ पर सांगरी फली लगना शुरू हो जाती है।
3. जलवायु परिवर्तन और अत्यधिक कटाई के कारण खेजड़ी के वृक्षों में कमी आयी है। जड़ छेदक कीट या कवक फफूंदी के कारण इसकी जड़े कमजोर हो जाती है। इससे पेड़ का संवहन तन्त्र भी कमजोर हो जाता है। जिससे यह पेड़ सूखने लग जाता है। भूजल स्तर में आयी कमी के कारण भी ये पेड़ सूख रहे है।
4. Khejri का नया पौधा लगाना आसान काम नही है। इस पेड़ को बड़ा होने में सालों लग जाते है। ज्यादातर पौधों को जानवर खा जाते है। इसलिए इस पेड़ का संरक्षण करना जरूरी है।
Frequently Asked Questions About Khejri (Jand) Tree:-
Q.1 खेजड़ी का वृक्ष किस लोक देवता से संबंधित है?
Ans. गोगाजी
Q.2 खेजड़ी का पेड़ कैसा होता है?
Ans. शमी या खेजड़ी का पेड़ मध्यम आकार का मरुस्थलीय छायादार वृक्ष है जिसकी डालियों पर कांटे होते है।
Q.3 राजस्थान का राज्य वृक्ष किसे कहते है?
Ans. खेजड़ी (Jand)
Q.4 राजस्थान का कल्पवृक्ष किसे कहा जाता है?
Ans. खेजड़ी
Q.5 खेजड़ी के फल को क्या कहते है?
Ans. सांगरी
इस पोस्ट Khejri Tree Information In Hindi में खेजड़ी का वृक्ष के बारे में सामान्य जानकारी आपको कैसी लगी? शमी पेड़ (Shami Tree In Hindi) का महत्व, सांगरी सब्जी पर जानकारी पर आपके विचारों का कमेंट बॉक्स में स्वागत है। यह लेख “Khejri (Jand) Plant In Hindi” पसंद आया हो तो इसे फेसबुक या ट्विटर पर शेयर जरूर करे।
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आपके बेवसाईट पर दी गई जानकारी बहुत ही महत्वहपूर्ण एवं उपयोगी हैं
Very informative for new generations and also for people living in rural.
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All 5he appreciation for this blog.