कैक्टस का पौधा की जानकारी Cactus Plant In Hindi

कैक्टस की जानकारी Cactus Information In Hindi

शुष्क और रेगिस्तानी इलाकों में कैक्टस का पौधा (Cactus Plant In Hindi) पाया जाता है। यह वनस्पति कम पानी में पनपती है। कैक्टस पौधे के बारे में अधिक जानने के लिए यह आर्टिकल “Cactus In Hindi” पूरा पढ़े।

Cactus Plant In Hindi

कैक्टस का पौधा Cactus Plant In Hindi –

1. कैक्टस का पौधा (Cactus Plant In Hindi) विश्व की रेगिस्तानी जगहों पर पाया जाता है। विश्व में सहारा रेगिस्तान, अफ्रीका इत्यादि में कैक्टस बहुतायत से मिलता है। भारत के थार मरुस्थल में भी कैक्टस बहुत अधिक पाया जाता है। पूरी दुनिया में करीब 2 हजार प्रकार के कैक्टस प्लांट पाये जाते है।

2. वैसे तो कैक्टस प्लांट केवल रेगिस्तानी और शुष्क इलाको में ही उगते है। परन्तु कुछ खास किस्म के कैक्टस पौधे वर्षा वनों में भी पाये जाते है।

3. कैक्टस का पौधा कुछ इंच से लेकर कई फुट बड़ा हो सकता है। कुछ कैक्टस पौधे 50 से 65 फुट बड़े होते है। इनका वजन भी करीब 2 टन होता है। “मैक्सिकन जियांट कार्डन” कैक्टस दुनिया का सबसे बड़ा कैक्टस प्लांट है। इस पौधे की लंबाई करीब 65 फ़ीट है।

4. कैक्टस एक गूदेदार खास किस्म का पौधा है। इस पौधे के तने मोटे होते है जिसमें पानी भरा होता है। यह पानी इन पौधों के तनों में विशेष प्रकार से संरक्षित रहता है। कैक्टस पानी की कमी होने पर इस संरक्षित पानी का उपयोग करता है। प्रकाश संश्लेषण का कार्य भी पौधे का तना और टहनियां करती है। कैक्टस में पानी उसकी जड़ो की सहायता से आता है। इसकी मुख्य जड़ लम्बी और मजबूत होती है। यह जड़ ही जमीन के नीचे से पानी खिंचती है।

5. कैक्टस पौधे में मौजूद पानी सामान्य पानी से मोटा जैल रूपी होता है। यह पानी रेगिस्तानी इलाकों में सफर कर रहे लोगो के लिए वरदान की तरह है। पानी बेस्वाद होता है लेकिन इसे पीने से कोई नुकसान नही है। कैक्टस प्लांट में मौजूद यह पानी पौधे को भी शुष्क और अत्यधिक तापमान से बचाता है। Cactus Plant In Hindi

About Cactus In Hindi कैक्टस के बारे में जानकारी –

6. पौधे के तने और टहनियों पर वैक्स होती है जो इसके पानी को बचाती है। अत्यधिक तापमान के कारण तने के छिद्रों से पानी बाहर निकलता है जिससे पानी की हानि होती है। कैक्टस पर मौजूद वैक्स इस पानी को अंदर ही रोके रखती है।

7. कैक्टस पौधे (Cactus Plant) पर कांटे पाये जाते है। ये कांटे इन पौधों को जीव जंतुओं से बचाते है। कैक्टस के कांटे उसकी पत्तियां ही है। विपरीत परिस्थितियों में भी कैक्टस पौधा रह पाता है जिसका मुख्य कारण इसके तने और टहनियों पर कांटो का होना है। कुछ किस्म के कैक्टस में कांटे करीब 6 इंच तक होते है। कुछ कैक्टस प्रजाति के कांटे जहरीले होते है।

8. कैक्टस प्लांट्स की हर किस्म एक दूसरे से काफी अलग होती है। इनका आकार और आकृति में भिन्नता होती है। कैक्टस का रंग भी एक दूसरे से अलग होता है। ज्यादातर कैक्टस का रंग हरा होता है।

9. दिखने में यह पौधा बदसूरत होता है लेकिन इस पौधे पर सुंदर फूल लगते है। इसलिए कैक्टस को सजावट के तौर पर भी लगाया जाता है। कैक्टस के फूल पीले, लाल, गुलाबी, नीले, सफेद इत्यादि रंगों में होते है।

10. कैक्टस प्लांट पर लगने वाले फूल पूरे दिन या कुछ हफ़्तों तक भी खिले रहते है। कुछ खास प्रकार के कैक्टस फूल रात को ही खिलते है।

11. दुनिया में कई जगह कैक्टस पौधे को सलाद के रूप में खाया जाता है। इनका तना और टहनियां मेक्सिको जैसे इलाको में खायी जाती है। इन पौधों में पाये जाने वाले जैल का सूप बनाकर भी पिया जाता है। कुछ प्रजाति के कैक्टस पर फल भी लगता है।

12. कैक्टस पौधे (Cactus Plant) का जीवनकाल उसकी प्रजाति पर निर्भर करता है। कुछ प्रजातियों का जीवनकाल करीब 15 वर्ष तो कुछ का करीब 300 वर्ष तक हो सकता है।

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