Essay On Environment In Hindi पर्यावरण पर निबंध

Essay On Environment In Hindi पोस्ट में पर्यावरण पर निबंध (Paryavaran Par Nibandh Hindi Mein) और सामान्य जानकारी है। पर्यावरण हमारे आसपास के वातावरण को कहते है। पृथ्वी पर मौजूद आवरण जिससे मनुष्य और अन्य जीव जंतु घिरे हुए है, पर्यावरण कहलाता है। यह धरती पर मौजूद समस्त जीवों को प्रयत्क्ष रूप से प्रभावित करता है। वायु, जल, भूमि इत्यादि इसी पर्यावरण के अंग है। कई कारकों के कारण पर्यावरण प्रदूषित हुआ है। तो आइए मित्रों, पर्यावरण पर निबंध “Paryavaran Essay In Hindi” लेखन का प्रयास करते है।

Essay On Environment In Hindi

पर्यावरण पर निबंध Essay On Environment In Hindi

Save Environment Essay In Hindi – पर्यावरण क्या है? इस प्रश्न का उत्तर समझना जरूरी है। पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना है – परि+आवरण। परि का अर्थ “चारो और” है जबकि आवरण का अर्थ “ढ़का हुआ” है। इसका शाब्दिक अर्थ हुआ कि वह वातावरण जिससे जीव जंतु चारो और से ढके हुए है, पर्यावरण कहलाता है। इस दुनिया में सभी जैविक और अजैविक तत्व पर्यावरण में आते है। एक तरह से कहे तो प्रकृति ही पर्यावरण है। मनुष्य भी पर्यावरण का अभिन्न अंग है। पेड़ पौधे भी इसी पर्यावरण के अंतर्गत आते है।

पहाड़, समुद्र, रेगिस्तान इत्यादि भी पर्यावरण से सबन्ध रखते है। लहराते हुए खेत, खुशबू बिखेरते हुए फूल, कलकल करके बहता हुआ पानी, सभी पर्यावरण ही है। सामान्य शब्दों में कहे तो पृथ्वी पर स्थिति सभी तत्व पर्यावरण कहलाते है। पर्यावरण कोई एक चीज ना होकर कई तत्वों का समावेश है। जल, हवा और भूमि पर्यावरण के मुख्य अंग है। इनके प्रदूषित होने पर पर्यावरण प्रदूषण होता है।

पर्यावरण को बुद्धिमान मनुष्य ने दो भागों में बांटा है। पहला प्राकतिक पर्यावरण और दूसरा कृतिम पर्यावरण। आकाश में बादलों का पास आकर बारिश करना, बिजली का चमकना, आंधी तूफानों का आना इत्यादि सब प्राकृतिक पर्यावरण है। इसमें मनुष्य की कोई भूमिका नही होती है। कृतिम पर्यावरण मनुष्य जनित होता है। जब मनुष्य भौतिक या रासायनिक क्रियाओं से प्रकृति को प्रभावित करता है, तब इसे कृतिम पर्यावरण कहते है। कृतिम पर्यावरण में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण आते है। मनुष्य ने अपना स्वभाव ही प्रकति को छेड़छाड़ का बना लिया है।

पर्यावरण का महत्व पर निबंध Paryavaran Par Nibandh Hindi Mein –

Essay On Environment In Hindi – धरती पर जीवन हवा और पानी के कारण है। हम इस पृथ्वी पर सांस लेते है और पानी पीते है। क्या बिना हवा और पानी के जीवन हो सकता है? इसका जवाब होगा नही। अगर धरती पर हमारे लिए उचित पर्यावरण नही होता तो जीवन सम्भव नही था। पृथ्वी पर जीवन पर्यावरण के कारण ही है। हम जो भोजन करते है वो पर्यावरण ही हमें देता है। मनुष्य पूरी तरह से पर्यावरण पर निर्भर है। पर्यावरण जीवन के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करता है। अगर पर्यावरण को कोई दिक्कत होती है तो मनुष्य भी इसी दिक्कत का सामना करता है। मनुष्य एक लालची इंसान है जो पर्यावरण का महत्व जानता है लेकिन लालचवश प्रकृति को नुकसान पहुंचाता है।

करोडों सालों से पृथ्वी पर जीवन लगातार जारी है। हम भी इसी अनवरत जीवन का एक हिस्सा है। जब धरती पर मनुष्य भी नही था, तब भी पर्यावरण अपनी औट में जीवन पनपा रहा था। पर्यावरण में जल से जीवन की शुरुआत मानी जाती है। सबसे पहले जीव की उत्पत्ति पानी में हुई थी। उसके करोडों साल बाद मनुष्य इस धरती पर आए। आज तक जीवन जारी है और इस धरती के अंत तक जीवन रहेगा।

Importance Of Environment In Hindi –

जब प्रकृति या पर्यावरण में असंतुलन होता है, तब हमें पर्यावरण का क्रोध दिखाई देता है। कभी सुनामी तो कभी भूकम्प से पर्यावरण दहल जाता है। ज्यादा बारिश से बाढ़ तो बारिश ना होने से अकाल जैसी स्थिति पर्यावरण में पैदा हो जाती है। मनुष्य पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा रहा है। जीव जो भी क्रियाए करता है, वो पर्यावरण को प्रभावित करती है। पर्यावरण में जो भी प्रक्रिया होती है, वो जीव को प्रभावित करती है। एक तरह से कहे तो पर्यावरण और जीव एक दूसरे से जुड़े हुए है। इन दोनों के बीच कोई ना कोई माध्यम जरूर होता है।

आप जानते है कि पेड़ पौधे प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा भोजन का निर्माण करते है। इस क्रिया के बाद पेड़ पौधे ऑक्सीजन छोड़ते है जिसे जीव जंतु ग्रहण करते है। अगर पेड़ पौधे ना हो तो प्राणवायु ऑक्सीजन नही मिलेगी। इससे यह साबित होता है कि पर्यावरण के एक घटक को नुकसान होने पर अन्य घटकों पर प्रभाव पड़ता है।

पर्यावरण पर निबंध Paryavaran Essay In Hindi –

पर्यावरण पर निबंध Essay On Environment In Hindi – पर्यावरण में हम मनुष्य के अलावा भी कई जीव जंतु रहते है। हाथी, शेर, गाय जैसे बड़े जीवों से लेकर चींटी, मक्खी जैसे छोटे जीव तक सभी पर्यावरण का हिस्सा है। जुरासिक काल में पाया जाने वाले डायनासोर भी इसी पर्यावरण का हिस्सा था जो पर्यावरण में आयी उथल पुथल के कारण ही विलुप्त हो गया। धरती पर राज करने वाला मनुष्य भी इसी पर्यावरण पर निर्भर है।

महासागर में पाये जाने वाली विशालकाय व्हेल से लेकर छोटी मछली भी पर्यावरण का ही अहम हिस्सा है। चाहे जमीन पर रेंगने वाला प्राणी हो या फिर चलने वाला प्राणी हो, ये सभी पर्यावरण में आते है। आकाश में उड़ने वाले पक्षी हो या फिर पानी में तैरने वाले जीव हो, पर्यावरण इन सब को घेरे हुए है। पर्यावरण में पाये जाने वाले तमाम जीवित प्राणी इसे प्रभावित करते है।

पर्यावरण को प्रभावित करने वाले कारक –

Essay On Environment In Hindi – पर्यावरण को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक मनुष्य जनित है। वैसे कुछ प्राकृतिक कारण जैसे कि भूकम्प, बाढ़, अकाल इत्यादि भी पर्यावरण को प्रभावित करते है। मनुष्य जनित कारणों में फैक्टरियों से निकलने वाला प्रदूषित जल और धुंआ मुख्य है। दूसरा मुख्य कारण जनसंख्या विस्फोट और बढ़ता शहरीकरण है। पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई भी पर्यावरण को बहुत प्रभावित करती है।

घटते जंगल इस बात का प्रतीक है कि हम कितने लालची हो गए है। पेड़ पौधे जो हमारे जीवन का आधार है, उन्हें हम अपने फायदे के लिए काट रहे है। वाहनों से निकला धुंआ भी पर्यावरण को प्रदूषित करता है। प्लास्टिक भी पर्यावरण प्रदूषण का बड़ा कारक है। इन सभी कारकों से जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण इत्यादि होते है। पर्यावरण प्रदूषण से निजात पाने के लिए दूषित प्रदार्थो का उचित निस्तारण होना चाहिए।

Environment Essay In Hindi पर्यावरण पर निबंध –

पर्यावरण के प्रदूषित होने के कारण ग्लोबल वार्मिंग की वैश्विक समस्या उत्पन्न हुई है। मौसम चक्र और जलवायु परिवर्तन में अनियमितता आयी है। सर्दी के मौसम में ज्यादा सर्दी और गर्मी के मौसम में ज्यादा गर्मी होना आम हो गयी है। बारिश भी अनियमित आ रही है, रेगिस्तानी इलाकों में बाढ़ और मैदानी इलाकों में सुखा हो जाना भी नई बात नही है। लोगो को पीने के लिए साफ पानी और सांस लेने के लिए साफ हवा नही मिल रही है। इस कारण महामारी और कई प्रकार की बीमारियां फैलती है।

मानव जाति के अस्तित्व के लिए पर्यावरण संतुलित रहना आवश्यक है। पर्यावरण के कोप का शिकार धरती पर मौजूद समस्त जीव है। वर्तमान का सबसे अहम और गम्भीर मुद्दा पर्यावरण संरक्षण का है। हमें पर्यावरण को बचाने के हरसंभव प्रयास करने चाहिए। एक जिम्मेदार इंसान पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी रखता है।

जल, हवा और मिट्टी हमें आज भी मिल रही है और कल भी मिलेगी। परन्तु शुद्ध जल, शुद्ध वायु और शुद्ध मृदा हमारी जरूरत है। वर्तमान में हमें वायु और पानी ही नही सब्जियां और फल भी अशुद्ध मिल रहे है। आने वाला समय तो और संकट से घिरा हुआ है। शुद्ध जल और वायु हमारा अधिकार है। जब जागे तब सवेरा है, भौतिक सुखों को कुछ हद तक त्यागकर हम पर्यावरण संरक्षण के लिए नया सवेरा ला सकते है। स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण शुद्ध पर्यावरण पर निर्भर है। हमारी आने वाली पीढ़ियों का जीवन आज पर निर्भर करता है। आज हमें पर्यावरण संरक्षण की सोच रखनी होगी।

पर्यावरण के बारे में जानकारी Information About Environment In Hindi –

Essay On Environment In Hindi – प्रत्येक वर्ष की 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों में पर्यावरण के महत्व के बारे में जागरूकता लाना है। पर्यावरण प्रदूषण के गम्भीर खतरों से लोगो को अवगत कराना उद्देश्य है। विश्व पर्यावरण दिवस के दिन ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण किया जाता है।

हमें प्रकति का शुक्रिया कहना चाहिए जिसके कारण मनुष्य जाति और सम्पूर्ण जीव आराम से जीवन जी रहे है। मानव जीवन के अस्तित्व के लिए पर्यावरण जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण कल को बेहतर बनाने के लिए आज की जरूरत है। पर्यावरण से धरती के तमाम जीव जुड़े हुए है। पर्यावरण जीवन का आधार है।

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