ध्वनि प्रदूषण पर निबंध Noise Pollution Essay In Hindi

ध्वनि प्रदूषण पर निबंध Noise Pollution Essay In Hindi

ध्वनि प्रदूषण वर्तमान की ज्वलन्त समस्या है। यह आर्टिकल Noise Pollution Essay In Hindi ध्वनि प्रदूषण पर निबंध इसी ज्वलंत समस्या पर है। इस समस्या का निदान बेहद जरूरी है क्योंकि इसके दुष्प्रभाव व्यापक है। जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण की तरह ही ध्वनि प्रदूषण भी धरती पर मौजूद जीवो को नुकसान पहुँचाता है। अत्यधिक तेज आवाज को शोर भी कह सकते है। इस पोस्ट Information About Noise Pollution In Hindi में ध्वनि प्रदूषण क्या होता है, इसके कारण, दुष्प्रभाव और इसका निदान क्या है? पर चर्चा करेंगे।

Essay On Noise Pollution In Hindi

ध्वनि प्रदूषण क्या है What Is Noise Pollution In Hindi –

Essay On Noise Pollution In Hindi – ध्वनि प्रदूषण Noise Pollution तब माना जाता है, जब वातावरण में ध्वनि का स्तर एक तय सीमा से ज्यादा होता है। ध्वनि का असहनीय होना ध्वनि प्रदूषण कहलाता है। विभिन्न प्रकार की आवाजों का शोर कष्ठकारी अवस्था पर पहुचने पर ध्वनि प्रदूषण कहलाता है।

ध्वनि प्रदूषण के कारण Noise Pollution Causes In Hindi –

वर्तमान में ध्वनि प्रदूषण Noise Pollution के कई कारण है। आज की दुनिया तकनीक और आधुनिकता से घिरी हुई है। इससे पहले संसार मे प्राकृतिक आवाजे होती थी जिनमे जीव जंतुओं की आवाजें, पक्षियों के चहचहाने की आवाजें, मनुष्य के बोलने की आवाजें इत्यादि। वर्तमान में ये आवाजे कही दब सी गई है और इनकी जगह लाउडस्पीकर का शोर, फैक्टरियों का शोर, वाहनों का शोर आ गया है।

1. कल कारखानों में मशीनों से उत्पन्न शोर ध्वनि प्रदूषण का बड़ा कारण है। बढ़ते आधुनिकरण से फैक्टरियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जिससे मशीनरी में भी अत्यधिक वृद्धि हुई है। इन मशीनों के चलने से शोर उत्पन्न होता है जो जीवो पर विपरीत प्रभाव डालता है।

2. दुनिया मे ध्वनि प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों की तेज आवाज होती है। खासकर शहरो में वाहनों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है जिससे उनसे निकलने वाले शोर में भी तेज वृद्धि हुई है। वाहनों में मुख्यतः दुपहिया, कारे, वायुयान आते है।

3. रेलगाड़ी से निकला शोर भी ध्वनि प्रदूषण को बढ़ाता है। हवाई जहाज और पानी पर चलने वाले जहाज भी शोर करते है।

4. शादी पार्टियों में तेज आवाज में संगीत बजाने से भी अधिक मात्रा में शोर पैदा होता है। मुख्यतः यह शोर शादियों में डीजे बजने के कारण होता है। धार्मिक स्थानों पर लाउडस्पीकर से निकलने वाली आवाजे भी शोर उत्पन्न करती है।

Information About Noise Pollution In Hindi –

5. घर पर मौजूद कई प्रकार के उपकरण भी ध्वनि प्रदूषण के जिम्मेदार होते है। तेज आवाज में चलता टीवी और होम स्पीकर इनमे मुख्य कारक है।

6. दुनिया मे तेजी से विकास हो रहा है जिसके कारण बड़ी बड़ी इमारते, बड़े पुल, सड़के बन रही है। इनके निर्माण के समय भी तेज शोरगुल होता है।

7. त्योहारों पर आतिशबाजी होती है जिससे ध्वनि का स्तर बढ़ता है। यह ध्वनि असहनीय होकर ध्वनि प्रदूषण पैदा करती है।

8. चुनाव के समय या किसी रैली को सम्बोधित करते वक्त लाउडस्पीकर का उपयोग किया जाता है। यह ध्वनि प्रदूषण को बढ़ाता है।

ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव Noise Pollution Effects In Hindi

ध्वनि प्रदूषण Noise Pollution से कई नुकसान होते है। विशेषकर जीव जंतुओं पर इसके व्यापक दुष्प्रभाव है। मनुष्य भी इससे अछूते नही है। Essay On Noise Pollution In Hindi

1. तेज शोर के कारण मनुष्य की श्रवण शक्ति कम होती है। कान के पर्दे को तेज आवाज नुकसान करती है। अस्थाई रूप से मनुष्य सुनने में असमर्थ हो सकता है। ध्वनि प्रदूषण से बहरेपन में बढ़ोतरी होती है। 80 DB से ज्यादा की आवाज मनुष्य में बहरापन ला सकती है।

2. ध्वनि प्रदूषण से मनुष्यों में मानसिक विकार भी आ सकता है। मनुष्य में चिड़चिड़ापन बढ़ता है। ध्वनि प्रदूषण से मनुष्य को तेज सरदर्द की शिकायत होती है। ज्यादा शोर शराबे में रहने वाले चिड़चिड़ापन के शिकार हो जाते है।

3. शोर जीव जंतुओं और खासकर पक्षियो के जन जीवन को बहुत प्रभावित करता है। तेज आवाज पशुओं के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है जिससे जीव अनियंत्रित हो सकते है।

4. रात को तेज आवाज आपकी नींद में बाधा पहुँचा सकती है। आप अनिंद्रा के शिकार हो सकते है।

5. जीव जंतुओं और मनुष्यों में एकाग्रता में कमी आ सकती है। तेज आवाज मानसिक विकार पैदा करती है।

6. अत्यधिक शोर में रहने पर दिल संबंधित बीमारियां हो जाती है। ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है।

ध्वनि प्रदूषण रोकने के उपाय How To Control Noise Pollution In Hindi

ध्वनि प्रदूषण Noise Pollution को रोकने के कई उपाय है जो प्रदूषण के स्तर को कम करते है।

1. ध्वनि प्रदूषण को कम करने का सबसे बड़ा उपाय जागरूकता है। आमजन में ध्वनि प्रदूषण को लेकर जागरूकता होनी जरूरी है। लोगो को ध्वनि प्रदूषण से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक कराना जरुरी है।

2. सरकार को भी ध्वनि प्रदूषण को कम करने के प्रयास करने चाहिए।

3. ध्वनि प्रदूषण तब होता है जब किसी प्रकार की आवाज शोर का रूप ले लेती है। अत्यधिक शोर असहनीय होने पर ध्वनि प्रदूषण कहलाता है। आवाज का स्तर तय सीमा से कम होना चाहिए जिससे शोर पैदा ना हो।

Essay On Noise Pollution In Hindi ध्वनि प्रदूषण पर निबंध

4. पेड़ पौधे ध्वनि की त्रीवता को कम करते है जिससे ध्वनि प्रदूषण कम होता है। इसलिए हमें चाहिए कि हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाए।

5. सड़क, पटरी और हवा वाले यातायात के साधनों का प्रयाप्त रखरखाव समय समय पर होता रहना चाहिए। गाड़ियों के इंजन का मेंटेनेन्स भी होना चाहिए जिससे वो कम शोर उत्पन्न करे। वाहनों के हॉर्न भी ध्वनि के स्तर को बढ़ाते है, इसलिये हॉर्न की त्रीवता भी कम होनी चाहिये।

6. सड़के चौड़ी होनी चाहिए जिससे वाहन आसानी से निकल जाए। जाम जैसी स्थिति पैदा होने पर वाहनों को निकलने में परेशानी आती है। इससे वाहनों के हॉर्न तेज और लगातार बजते है जिससे ध्वनि प्रदूषण होता है।

7. ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार ने कई कानून भी बनाये है।

Note:- ध्वनि प्रदूषण पर निबंध Noise Pollution Essay In Hindi और ध्वनि प्रदूषण पर जानकारी Information About Noise Pollution In Hindi आपको कैसी लगी। आर्टिकल में “ध्वनि प्रदूषण के कारण, ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव और ध्वनि प्रदूषण रोकने के उपाय” पर आपकी क्या राय है हमे जरूर बताये और अच्छा लगा हो तो शेयर करे।

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