अलेक्जेंडर फ्लेमिंग की जीवनी Alexander Fleming In Hindi

Alexander Fleming In Hindi अलेक्जेंडर फ्लेमिंग की जीवनी

अलेक्जेंडर फ्लेमिंग Alexander Fleming In Hindi ने पेनिसिलिन की खोज की थी। पेनिसिलिन पहली एंटीबायोटिक दवाई थी। यह चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति थी। इससे कई लाइलाज बीमारियों का इलाज संभव हो पाया। संक्रमक रोगों के उपचार में यह रामबाण साबित हुई थी।

Alexander Fleming In Hindi

Alexander Fleming Biography In Hindi अलेक्जेंडर फ्लेमिंग की जीवनी

अलेक्जेंडर फ्लेमिंग का जन्म 6 अगस्त 1881 को स्कॉटलैंड में हुआ था। फ्लेमिंग ने चिकित्सा विज्ञान में डिग्री प्राप्त की थी। अलेक्जेंडर फ्लेमिंग के पिता का नाम हफ फ्लेमिंग था। बचपन मे ही फ्लेमिंग के पिता की मृत्यु हो गयी थी। माँ ने ही फ्लेमिंग की परवरिश की थी। अलेक्जेंडर फ्लेमिंग की प्रारंभिक शिक्षा लुइन मोर नामक स्कूल में हुई थी।

फ्लेमिंग ने चिकित्सा शास्त्र की डिग्री सेंट मैरी हॉस्पिटल मेडीकल स्कूल से प्राप्त की थी। डिग्री प्राप्त करने के बाद फ्लेमिंग प्रतिजीवियो पर प्रयोग करने लगे। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान संक्रमण रोगों के कारण हजारो सैनिकों की मौत हुई थी। यही एक कारण था कि फ्लेमिंग ऐसी दवा की खोज के लिए अग्रसर हुए जो इन बीमारियों में कारगर साबित हो।

पेनिसिलिन का आविष्कार अचानक हुआ था। इसकी खोज के पीछे एक कहानी है जो आप सब को जाननी चाहिये।

पेनिसिलिन का इतिहास और खोज Penicillin History In Hindi

अलेक्जेंडर फ्लेमिंग Alexander Fleming एक दिन पेट्रीडिश पर कार्य कर रहे थे। प्रयोग के दौरान देखा कि पेट्री डिश पर फफूंद आ गयी थी। इससे पेट्रीडिश के बैक्टीरिया मर गए थे। यह फफूंद पेनिसिलियम नोटाडम थी। इस प्रयोग को फ्लेमिंग ने बार बार दोहराया। इससे यह साबित हुआ कि इस फफूंद से जीवाणु खत्म हो रहे थे।

इस दवा का नाम पेनिसिलिन रखा गया क्योंकि यह दवा पेनिसिलिन नोटाडम से प्राप्त की गई थी। फ्लेमिंग ने फफूंद से रस निकालकर उसका दवा के रूप में इस्तेमाल शुरू किया। अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने रस से एंटीबायोटिक को अलग किया।

पेनेसिलिन कि खोज को सदी की सबसे बड़ी खोज कहा जाता है। बड़े स्तर पर पेनिसिलिन का उत्पादन मुश्किल था क्योंकि यह बेहद खर्चीली प्रोसेस थी। यह दवा शरीर मे ज्यादा समय भी नही रहती थी। फ्लेमिंग ने अमेरिका जाकर इसको पृथक करने की विधि को खोजा और वहां के दवा निर्माताओं के साथ मिलकर पेनिसिलिन का मास प्रोडक्शन शुरू किया।

फ्लेमिंग ने इस दवा का प्रयोग द्वितीय विश्वयुद्ध के घायल सेनिको पर किया था। पेनिसिलिन घायल सेनिको के उपचार में उपयोगी सिर्द्ध हुई। 1970 तक इस दवा का भरपूर उपयोग किया गया था। इसके बाद इसका उपयोग बन्द हो गया। एंटीबायोटिक दवाई का उपयोग घाव को ठीक करने, इंफेक्शन, दर्द निवारक में किया जाता रहा है। इसका श्रेय फ्लेमिंग को ही जाता है क्योंकि उन्होंने ही सर्वप्रथम एंटीबायोटिक दवाई की खोज की थी।

अलेक्जेंडर फ्लेमिंग को मिले पुरूस्कार –

एलेक्जेंडर फ्लेमिंग Alexander Fleming को पेनिसिलिन की खोज के लिए 1945 में नोबेल पुरस्कार भी मिला था। 11 मार्च 1955 को पेनिसिलिन के खोजकर्ता अलेक्जेंडर फ्लेमिंग की मृत्यु हो गयी थी। वर्तमान समय मे कई एंटीबायोटिक दवाइया इस्तेमाल की जाती है।

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