ई कचरे के बारे में रोचक तथ्य – Rochak ththay about E Waste In Hindi-
- दुनिया भर में हर साल 4 करोड़ 10 लाख टन (Ton) ई कचरा (E waste) निकलता है।
- इनमे से अधिकांश कचरा खुले में पड़ा रहता है और इस कचरे से निकलने वाली मीथेन (Methane) जैसी जहरीली गैस हवा में घुल जाती है और कई सारे रोगों का कारण बनती है।
- इस ई कचरे के सामान में कई तत्व (Element) होते है जिनमे सोना (Gold),पैलेडियम,चांदी (Silver), प्लैटिनम (Platinum) इत्यादि प्रमुख है।
- इन तत्वों का निष्पादन (Execution) सही तरीके से नहीं होता है और इनका इस्तेमाल भी दुबारा (Re Use) नही होता है।
- कई देशों में अभी भी ई कचरे के निष्पादन (Execution) की तकनीक का अभाव है।
- इन तत्वों को सामान में से निकालने के लिए रसायनों (Chemical) का इस्तेमाल होता है। ये रसायन स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक होते है । इसलिए इनका सुरक्षित निष्पादन बहुत आवश्यक है।
- ई कचरे (E waste) के बारे में यह भी जानना चाहिए
- भारत (India) में 18 लाख टन ई कचरा पैदा होता है।
- भारत में निकलने वाले ई कचरे में 12 % कचरा मोबाइल (Mobile) और टेलीफ़ोन (Telephone) से निकला कचरा होता है।
- अमेरिका (America) और चीन (China) मोबाइल,फ्रिज और हेयर ड्रायर के रूप में सबसे ज्यादा ई कचरा पैदा करता है।
- एशियाई (Asia) देशो में सबसे ज्यादा ई कचरा चीन में निकलता है जो स्मार्टफोन और फ्रिज के रूप में होता है।
- एशियाई देशों में पिछले 5 सालों में 63 % ई कचरा बड़ा है।
- ई कचरे के निष्पादन के लिए कई NGO कार्य कर रहे है।
- कई कंपनियां भी इस दिशा में कार्य कर रही है।
- ई कचरे का उपयोग किस तरह किया जा सके, इसका उपाय निकालना।
Source- This information collected from various source like News Papers,Google news etc